26 सितम्बर 2023, आज का पंचांग – Aaj Ka panchang (Today Panchang) : नमस्कार दोस्तों एक बार फिर से आप सभी का आज के इस नए लेख में आप सभी का स्वागत है। आज इस लेख में हम बहुत ही महत्वपूर्ण जानकारी के बारे में बात करेंगे कि आज का पंचांग क्या है? (Aaj Ka panchang) तो चलिए जान लेते हैं।

पंचांग सूर्योदय व सूर्यास्त, चंद्रोदय व चंद्रस्त पर आधारित है। पंचांग एक संस्कृत का शब्द है। जिसका शाब्दिक अर्थ होता है पांच अंगों से युक्त।
- तिथि
- वार
- योग
- करण
- नक्षत्र
किसी भी शुभ कार्य को करने के लिए सही मुहूर्त सही समय और सही नक्षत्र का होना बहुत ही जरूरी होता है। तो इस लेख के माध्यम से हम आपको बताने वाले हैं आज का संपूर्ण और विस्तृत पंचांग।
आज का पंचांग क्या है? कैसे जाने – Aaj Ka Panchang (Today Panchang)
पंचांग के माध्यम से आप आसानी से जान सकते हैं कि कोई भी शुभ कार्य को करने से पहले उसका शुभ या अशुभ मुहूर्त क्या है? पंचांग प्राचीन काल ही से यह बहुत ही विश्वसनीय है। इसलिए कोई भी व्यक्ति किसी भी कार्य को करने से पहले, उस कार्य के लिए कौन सा समय शुभ है और कौन सा समय अशुभ इसकी जानकारी जरूर प्राप्त करता है।
तो नीचे हमने पूरा आज का पंचांग क्या है (Aaj Ka Panchang) इससे संबंधित चार्ट दिया हुआ है। जहां से आप आज का पंचांग के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
सुप्रभात आज का पंचाग (हिंदू पंचांग) – Today Panchang
- आज का पंचाग हिंदी में जानने के लिए Hin सेलेक्ट करे।
- डेट या तारीख सेलेक्ट करे।
- लोकेशन सेलेक्ट करे और पाए आज का पंचांग।
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ऊपर दिया हुआ एस्ट्रोविजन पंचांग भारतीय वैदिक ज्योतिषियों पर आधारित है। जिसमें निः शुल्क आप आज के पंचांग के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। यह पंचांग टूल आपको एकदम सटीक जानकारी प्रदान करता है।
एस्ट्रो विजन पंचांग को ज्योतिषियों द्वारा तैयार किया गया है जो दक्षिण भारतीय, पूर्वी भारतीय और उत्तर भारतीय शैलियों में है। यह पंचांग आपको नक्षत्र, तिथि, करण और नित्य योग का बहुत ही सही विवरण देता है।
इसके द्वारा साथ-साथ इसमें राहुकाल, युमकंटक, गुलिका काल, अभिजीत, सूर्योदय और सूर्यास्त्र की पूरी जानकारी प्रदान की जाती है।
इसमें ज्योति चार्ट भी डाला गया है जो तीन तरह के है साउथ इंडियन, नॉर्थ इंडियन और ईस्ट इंडियन। और साथ ही साथ इसमें आप फ्री में ऑनलाइन जन्म कुंडली देख सकते हो।
यह निम्नलिखित भाषा में है।
- English
- मलयालम
- तमिल
- हिंदी
- तेलगु
कल का पंचांग कैसे जाने? – Kal Ka Panchang
कल का पंचांग जानने के लिए एस्ट्रोविजन पंचांग रिपोर्ट में कल का दिनांक या Date सेलेक्ट करें। आप चाहे तो पूरे महीने का पंचांग क्रमशः चेक कर सकते हैं। या एस्ट्रोलॉजिस्ट द्वारा निर्मित किया गया सॉफ्टवेयर है जिसमें एकदम सही जानकारी दी जाती है।
जिसमे आप अपना लोकेशन चूस करके आसानी से आज का पंचांग देख सकते हैं।
पंचांग क्या होता है?
शुभ मुहूर्त देखने के लिए पंचांग का सहारा क्यों लिया जाता है? जब कोई भी अच्छा ज्योतिष आपको शुभ मुहूर्त निकाल कर देता है। तो उसे पंचांग का सहारा लेना पड़ता है। पंचांग में ऐसी कौन-कौन सी चीज होती है उनका हमारे जीवन में क्या महत्व होता है? और कोई भी कार्य करने से पहले हम शुभ मुहूर्त क्यों देखते हैं? यह सभी सवाल लोगों के मन में आते हैं।
जब भी कोई भी राशिफल देखा जाता है तो सबसे पहले पंचांग का जिक्र किया जाता है। कि आज का पंचांग इस प्रकार है। हिंदू धर्म में कोई भी शुभ कार्य करने से पहले शुभ मुहूर्त देखा जाता है। दरअसल मान्यता है कि किसी भी शुभ कार्य करने से पहले पंचांग देखना बहुत अधिक जरूरी माना जाता है। पंचांग एक प्राचीन हिंदू कैलेंडर को कहा जाता है। पंचांग का अर्थ होता है पांच अंग से बना हुआ।
पंचांग के पांच अंग कौन – कौन से है?
हम लोग इसे पंचांग इसलिए कहते हैं क्योंकि यह प्रमुख पांच अंगों से मिलकर बना है। वो पांच अंग है नक्षत्र, तिथि, योग, करण और वार। इन्ही का विवरण करके आप आज का पंचांग देख सकते है।
कौन सा दिन कितना शुभ है कितना अशुभ है यह इन्हीं पांच अंगों के माध्यम से जाना जाता है।
तो चलिए सबसे पहले नक्षत्र के बारे में जान लेते हैं।
1. नक्षत्र (Star)
पंचांग का पहला अंग नक्षत्र होता है ज्योतिष के मुताबिक 27 नक्षत्र होते हैं। लेकिन मुहूर्त देखने के लिए 28 वा नक्षत्र भी गिना जाता है। जिसे अभिजीत नक्षत्र कहते हैं। जो भी कोई शादी, गृह प्रवेश, शिक्षा, वाहन किसी भी चीज के लिए शुभ मुहूर्त देखना होता है तो इन नक्षत्र के बारे में ज्ञान लेना बहुत ही जरूरी होता है। कि उस दिन कौन सा नक्षत्र चल रहा है वह शुभ रहेगा कि अशुभ रहेगा।
2. तिथि (Date)
पंचांग का दूसरा अंग तिथि होता है। तिथियां 16 प्रकार की होती है। इनमें पूर्णिमा और अमावस्या दो प्रमुख तिथियां है। यह दोनों तिथियां महीने में एक बार जरूर आती है। हिंदू कैलेंडर के अनुसार महीने को दो भागों में बांटा गया है। शुक्ल पक्ष और कृष्ण पक्ष।
अमावस्या और पूर्णिमा के बीच के अवधि को शुक्ल पक्ष तथा पूर्णिमा और अमावस्या के बीच की अवधि को कृष्ण पक्ष कहा जाता है।
वैसे ऐसी मान्यता है कि कोई भी बकाया महत्वपूर्ण कार्य कृष्ण पक्ष के समय नहीं करना चाहिए ऐसा इसलिए कहा जाता है क्योंकि इस समय चंद्रमा की शक्तियां कमजोर पड़ जाती है और अंधकार हावी रहता है। तो इसलिए सभी शुभ कार्य जैसे शादी, गृहप्रवेश या फिर कोई वाहन खरीदना हो तो हमेशा शुक्ला पक्षा के समय को ही निर्धारित किया जाता है।
3. योग (Sum)
पंचांग में तीसरा अंग होता है योग, किसी भी व्यक्ति के जीवन पर बहुत अधिक गहरा प्रभाव डालते हैं। पंचांग में 27 प्रकार के योग होते हैं। इनका भी विचार पंचांग को देखते समय किया जाता है।
4. करण (Karan)
पंचांग का चौथा अंग करण होता है। तिथि के आधे भाग को करण कहा जाता है। मुख्य रूप से 11 प्रकार के करण होते हैं। इनमें से चार स्थिर होते हैं और 7 अपनी जगह बदलते है। इनका विचार भी पंचांग देखते समय किया जाता है।
5. वार (War)
पंचांग का पांचवा अंग वार होता है। एक सूर्य उदय से दूसरे सूर्य उदय के बीच के अवधि को वार कहा जाता है। सोमवार, मंगलवार, बुधवार, गुरुवार, शुक्रवार, शनिवार और रविवार इस तरह से 7 प्रकार के वार होते हैं। इनमें से सोमवार, बुधवार, बृहस्पतिवार और शुक्रवार को शुभ माना गया है। अर्थात इन दिनों में हम कोई भी शुभ कार्य कर सकते हैं।
सभी अंगों का एक साथ गहन अध्ययन करके रोज या आज के पंचांग का एक निश्चित परिणाम निकाला जाता है कि यह कार्य हमारे लिए कौन से दिन शुभ रहेगा? पंचांग देख कर ही हम यह जान पाते हैं कि उस दिन गृह प्रवेश करना चाहिए या नहीं करना चाहिए? शादी कौन से दिन करना सही रहेगा? हम जब कोई भी अच्छा काम करने जाते हैं तो शुभ कार्य का विचार जरूर किया जाता है।
अशुभ मुहूर्त में किया गया कार्य सिद्ध नहीं माना जाता है। वह हमारे जीवन के लिए घातक भी सिद्ध हो सकता है।
[Video] आज का पंचांग – Aaj Ka Panchang
आज का पंचांग से संबंधित प्रश्न उत्तर {FAQs}
आज का शुभ मुहूर्त जानने के लिए आप ऊपर दिए हुए एस्ट्रो विजन पंचांग चार्ट को देखे वहां आपको पूरी जानकारी मिल जाएगी।
आज की तिथि रोजाना इस वेबसाइट पर अपडेट की जाती है ऊपर दिए हुए पंचांग चार्ट में आप आज की तिथि देख सकते हैं।
आज के नक्षत्र के बारे में जानने के लिए ऊपर दिए हुए हिंदू पंचांग चार्ट को देखें।
आज के दिन के बारे में जानने के लिए आप हिंदू पंचांग को फॉलो कर सकते हैं।
आप ऊपर दिए हुए एस्ट्रो विजन पंचांग में आज के बाद के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
आज की तारीख ऊपर दिए पंचांग टूल के माध्यम से जान सकते हो।
आज के पंचांग पर अंतिम शब्द
उम्मीद करते हैं आप सभी को आज का पंचांग क्या है ( Aaj Ka Panchang) की पूरी जानकारी मिल गई होगी। इस पंचांग की सहायता से आप शुभ और अशुभ समय का विवरण कर सकते हैं।
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