About Crow in Hindi | Essay on crow in Hindi | कौआ के बारे में जानकारी

About Crow in Hindi | Essay on crow in Hindi | कौआ के बारे में : एक बार फिर से आप सभी दोस्तों को नमस्कार आज मैं आपके लिए कौआ पक्षी पर निबंध लेकर आया हूं।

यह निबंध या जानकारी उन छोटे बच्चे से लेकर सभी लोगों के लिए हैं जो कौआ के बारे में या About Crow in hindi जानकारी (information) चाहते हैं।

अधिकतर पैराग्राफ जैसे लेखन का काम खासकर Teachers द्वारा Students को दिए जाते हैं । तो Students हमारे लेख को पढ़कर या याद करके आसानी से पैराग्राफ लेखन का काम कर सकते हैं।

पक्षी कौआ (crow)
वैज्ञानिक नाम Corvus
प्रमुख प्रजातियां घरेलू कौआ, जंगली कौआ और काला कौआ
रंग काला
जीवनकाल 18 – 20 साल
भोजनमांस, दाने, रोटी, कीड़े आदि
वजनअधिकतम 1.5 kg
About Crow in hindi

इसके अलावा हमने और दूसरे पशु – पक्षियों के बारे में लिखा है जिसे भी आप पढ़ सकते हैं।

About Crow in Hindi | कौआ के बारे में जानकारी

कौआ एक बहुत ही साधारण पक्षी है जो संसार में हर जगह पाया जाता है यह काले रंग का होता है इसकी चोंच बहुत मजबूत होती है, इसकी वाणी कठोर व अप्रिय होती है यह फल, अनाज, कीड़े और मांस खाते हैं।

कौए पेड़ पर झुण्ड में रहते हैं, इसके शरीर के किसी भी हिस्से में कोई चमक नहीं होती है। श्राद्ध के महीने में कौवे की पूजा की जाती है। घर की छत पर अगर कौआ बोलने लगे तो किसी मेहमान के आने का संदेश माना जाता है।

कौआ सुबह बहुत ही जल्दी उठते हैं और अपने कर्कश वाणी से कांव – कांव करना शुरू कर देते है। अगर कोई खतरा दिखाई देता है तो भी यह कांव – कांव करना शुरू कर देते हैं।

यह कोयल द्वारा आसानी से मूर्ख बना दिए जाते हैं कोयल, कौवे के घोसले में अपने अंडे रख देती हैं जिससे कोयल के बच्चे जन्म लेते हैं। कौआ इंसान का सबसे अच्छा मित्र होता है क्योंकि यह सभी बेकार वस्तुओं को खा जाता है ये एक अच्छे प्राकृतिक क्लीनर होते हैं।

इनके गुण अन्य पक्षियों की तुलना में अलग होते हैं । इसकी दो आंखें, दो पैर और एक कठोर नुकीली चोंच होती है।

यह एक सर्वाहारी पक्षी होता है इसलिए यह शाकाहारी भोजन रोटी, चावल, गेहूं तथा मांसाहारी भोजन भी करता है। यह ग्रामीण तथा शहरी दोनों क्षेत्रों में पाया जाता है। लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में यह ज्यादा पाया जाता है।

40 से भी ज्यादा प्रजातियां, दुनिया में अलग-अलग स्थानों में कौआ की अलग-अलग प्रजातियां पाई जाती है। कौआ की अलग-अलग प्रजातियों में काफी भिन्नता होती है इनके वजन भी एक दूसरे से अलग होते हैं।

अभी तक तो कौआ का सबसे ज्यादा वजन 1.5 किलोग्राम तथा सबसे कम वजन का कौआ 40 ग्राम तक रहा है। अर्थात इसका वजन 40 ग्राम से 1.5 किलोग्राम तक होता है।

कौआ का जीवन अवधि या जीवन काल ( Life span of crow ) सामान्य रूप से 18 से 20 वर्षों तक का होता है। लेकिन कुछ प्रजातियां जिसकी जिसकी उम्र 20 वर्ष से भी अधिक होती है।

कौआ (About Crow in hindi) की सबसे खास बात तो यह है कि यह कबूतर की तरह किसी भी मनुष्य का चेहरा याद रख लेता है। यह गांव में हमेशा झुंड में दिखाई देते हैं क्योंकि उन्हें झुंड में रहना पसंद होता है।

विश्व का एक ऐसा देश, जहां पर कौआ को सफाई का प्रशिक्षण देकर सफाई का काम कराया जाता है वह देश है नीदरलैंड।

नीदरलैंड के कौए आस -पास पड़े हुए कचरे को उठाकर कचरे की पेटी में डालते हैं । इसलिए कहा भी जाता है कि कौआ पक्षियों में बहुत ही चतुर होता है।

Assay on Crow in Hindi | कौआ पर निबंध [600 Words]

कौआ (About Crow in hindi) बहुत ही जाना पहचाना पक्षी है। दुनिया में सभी जगह पाया जाता है। यह अधिकतर काले ही रंग का पाया जाता है। यह हमारे घरों की खिड़की , दरवाजों या छतों में बैठकर कांव – कांव करते रहता है।

कौआ (About Crow in hindi) की बोली बहुत ही कर्कश भरी होती है। जो लोगों को सुनने में बहुत ही कड़वा एवं अप्रिय लगता है। इसकी चोंच कठोर होने के साथ-साथ बहुत नुकीली भी होती है।इसकी चोंच बहुत मजबूत होने के कारण यह कठोर से कठोर चीज को बहुत ही आसानी से तोड़ लेते हैं।

इसे चोर पक्षी भी कहा जाता है। क्योंकि यह चालाकी से किसी भी घर के खाने को आसानी से उठा लेता है। यह सुबह-सुबह बहुत ही जल्दी उठता हैं और अपनी कर्कश भरी ध्वनि से दूसरों को भी नींद से जगा देते हैं। यह हमेशा ज्यादातर हमेशा झुंड में दिखाई देते हैं।

मजे की बात तो यह है कि कोयल कौआ के घोसले में अपने अंडे रख देती है। और अनजाने में हीं कोयल के अंडे के ऊपर बैठकर उन्हें सेता है। इसप्रकार कोयल द्वारा उसे मूर्ख बना दिया जाता है।

कौआ को अतिथि आगमन का सूचक और पितरों का आश्रय स्थल भी माना जाता है। कौआ क्लीनर पक्षी होता है। यानी एक ऐसा पक्षी जो गंदगी को साफ करता ही है और साथ ही पर्यावरण को भी शुद्ध बनाए रखता है।

यह बहुत सी गंदगी व बेकार वस्तुओं को खाकर खत्म कर देती है जैसे रोटी, नाश्ता, मांस और मरे हुए जानवरों का मांस भी खाता है।

गांव में ये एक अच्छे प्राकृतिक सफाई कार्य करने वाले पक्षी होते हैं। इसलिए इनका सम्मान भी करना चाहिए। और हम इनके कृतज्ञ है।

ऑस्ट्रेलिया पूरे विश्व में एक ऐसा देश है जहां सबसे छोटा कौवा देखने को मिलते है। और इसके अलावा बेलग्रेड देश में सबसे बड़ा कौआ पाया जाता है।

कौआ बहुत ही तेजी से उड़ने वाला पक्षी होता है। जो कि बहुत चलाक होता है घरों – घर जाकर अपने भोजन का तलाश करता है।

मान्यता है हिंदुओं में की यदि कोई मेहमान आने वाला होता है तो कौवा कांव-कांव करके चिल्लाने लग जाता है। यह घरो – घर जाकर चुपके से चोरी करके अपना भोजन तलाश पता है इसलिए इसे चोर पक्षी के नाम से भी जाना जाता है।

हिंदू समाज में कौवे (About Crow in hindi) से संबंधित कई अवधारणाएँ हैं। जिनका पालन किया जाता है। उनमें से एक धारणा यह है की श्राद्ध कार्य में कौआ को भोजन खिलाने से हमारे पूर्वजों का अगला जन्म अच्छा होता है।

भारत के कई सारी जगहों में कौआ बहुत ही कम दिखाई देते हैं। इसका सबसे बड़ा कारण यह प्रदूषण से भरा हुआ वातावरण हैं। इसलिए हमें कौआ के संरक्षण पर ध्यान देना चाहिए। और प्रदूषण को रोकने चाहिए।

Information About crow in Hindi

कौआ को अंग्रेजी में Crow कहते हैं। दिखने में यह पक्षी काफी सामान्य सी लगती है। लेकिन यह काफी चतुर होने के साथ-साथ बुद्धिमान भी होती है।

Corvus‘ कौआ का वैज्ञानिक नाम होता है। कौआ, कोयल के समान दिखती है। उनके शरीर का आकार भी काफी मिलता है। कौए के पूरे शरीर का रंग काला होता है।

लोग कौआ की कांव-कांव की आवाज से सभी परेशान रहते हैं इसकी आवाज कड़वी या कर्कश भरी होती है। कौआ और कोयल दिखने में तो समान होते हैं लेकिन इनकी आवाज अलग-अलग होते हैं।

इसलिए कहा जाता है कौआ भी काला होता है, कोयल भी काली होती है लेकिन दोनों के आवाज में काफी भिन्नता होती है।

कौआ (About Crow in hindi) हमारे आसपास के वातावरण की सफाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इन्हें ‘एनवायरमेंट क्लीनर‘ भी कहा जाता है क्योंकि यहां घर के बचे हुए भोजन, कीड़े – मकोड़े और साडे – गले मांस को खाकर वातावरण को साफ करता है।

नर और मादा कौआ दोनों ही अपने अंडे को सेते हैं और जब उनका बच्चा अंडे से बाहर आ जाता है तो उसका अच्छी तरह से उसका भरण-पोषण करते हैं।

कौआ वैसे तो शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में पाए जाते हैं लेकिन ज्यादा मात्रा में गांव में प्रदूषण कम होने के कारण पाए जाते हैं।

कौआ की प्रजातियां (Species of crow in Hindi)

मुख्य रूप से भारत में कौआ की 6 प्रजातियां पाई जाती है । लेकिन भारत में अधिकतर घरेलू कौआ (house Crow), जंगली कौआ (Wild Crow) और काला कौआ (raven) देखने को मिलता है। लेकिन और दूसरे देशों में इसकी कई प्रजातियां पाई जाती है। जैसे-

  • Common raven
  • Carrion crow
  • Rook crow
  • Hooded crow
  • Cape crow
  • Western jackdaw
  • Amarican crow
  • Large billed crow

इसके अलावा और भी कई कौए की प्रजातियां पाई जाती है।

कौआ की शारीरिक संरचना (Body Structure About Crow in Hindi )


कौआ के शारीरिक संरचना की बात करें तो इसके पूरे शरीर का रंग काला होता है। इसके दो आंखें, दो पैर और एक चोंच होती है।

इसके चोंच के ऊपर 2 छेद पाए जाते हैं जहां से यह सांस लेते हैं। इनके आंखों का रंग लाल तथा भूरा , पैरों का रंग काला तथा चोंच का रंग भी काला होता है। तथा इनके पैरों के पंजे नुकीले होते हैं। और चोंच बहुत ही कठोर होते हैं।

भारत में कौआ की 6 प्रजाति पाई जाती है जिनकी शारीरिक संरचना भिन्न-भिन्न होती है। यहां पाए जाने वाले कौआ की लम्बाई लगभग 40 से 78 सेंटीमीटर की होती है। इसका वजन न्यूनतम 40 ग्राम तथा अधिकतम 1.5 किलोग्राम तक होता है।

कौआ का भोजन (Food of crow in Hindi)

कौआ भोजन के रूप में मांसाहारी तथा शाकाहारी दोनों प्रकार के भोजन को ग्रहण करता है। अर्थात यह सर्वाहारी पक्षी है।

यह मरे हुए जानवरों का सड़े गले मांस खा कर एक तरह से वातावरण में सफाई का कार्य करता है। तथा छोटे-मोटे कीड़े, मकोड़े और दूसरे पक्षियों के अंडे को भी खा जाता है।

और शाकाहार भोजन के रूप रोटी तथा विभिन्न प्रकार के दाने को खाता है। इसलिए मांसाहारी होने के साथ-साथ शाकाहारी भी है।

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कौआ का निवास स्थान (Habitat of crow)

कौआ (About Crow in hindi) नगरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में पाया जाता है लेकिन नगरीय क्षेत्रों में पेड़ों की कमी और पर्यावरण प्रदूषण के चलते। अधिकतर गांवों में ही ज्यादा पाए जाते हैं।

एक गांव की खेतों, झोपड़ियों और पेड़ो में अपना घोंसला बनाते हैं। घोसले में नर तथा मादा कौआ दोनों ही अपने अंडे को सेते है।

कौआ से संबंधित कुछ धार्मिक मान्यताएं (Some Religious Beliefs Related to Crow in Hindi)

तो चलिए जान लेते हैं कौआ से (About Crow in hindi) संबंधित धार्मिक मान्यताएं क्या – क्या है ?

  • कौआ यदि पानी से भरे हुए घड़े या बाल्टी में बैठा हुआ दिख जाए तो इसे एक अच्छा संकेत माना जाता है। और कहां जाता है इससे धन-धान्य में वृद्धि होती है।
  • कौआ यदि आपको मुंह में रोटी या बांस आदि का टुकड़ा लाता हुआ दिख जाए तो इसे भी हिंदू धर्म के अनुसार शुभ संकेत माना जाता है। तो इससे आपके मन की इच्छा पूरी होती है।
  • कौआ यदि गांव में किसी नगर या गांव में एकत्रित होकर शोर करे तो समझना चाहिए नगर या गांव में भारी विपत्ति आने वाली है। यह कुछ धार्मिक मान्यता है।

10 + Lines on Crow in Hindi | कौआ के बारे में रोचक तथ्य

तो चलिए दोस्तों जान लेते है 10 + lines on / about crow in hindi के बारे में

  • आपको जानकर हैरानी होगी कि Seattle देश की 8 वर्षीय गाबि मान वॉशिंगटन में अपने बगीचे में कौआ से उपहार प्राप्त करती है।
  • कौए corvus genus के सदस्य हर महाद्वीप पर अंटार्कटिका और दक्षिण अमेरिका में पाया जाता है।
  • हमारे आसमान में उड़ने वाले सभी पक्षी प्रजातियों के जो इस ग्रह पर रहते हैं। कौआ में सबसे बड़ा ब्रेन टू बॉडी अनुपात है। ये बताता है कि वे बहुत ही बुद्धिमान है क्योंकि ये अक्सर मानवों को चकमा देने में कामयाब रहता है।
  • यदि हम कौओं की मस्तिष्क की बात कर रहे हैं तो उनका मस्तिष्क बहुत ही विकसित होता है इसका मतलब ये है कि बुद्धिमान है।
  • आपको जानकर अवश्य हैरानी होगी जब एक कौआ मर जाता है तो अन्य कौए उस जगह की जांच करते हैं कि जहां पर मौत हुई है अगर वह कोई खतरा है तो वे इससे भविष्य में बचा जा सके।
  • मस्तिष्क के विषय पर कायम रहते हुए ये कहने योग्य है कि एक कौए की मस्तिष्क की शारीरिक रचना एक मानव मस्तिष्क के समान होती है ।
  • कौओं ने मार्शमैलो परीक्षण पास कर लिया। वे एक भोजन खाने के प्रलोभन का विरोध करते हैं। अगर वे जानते है कि एक स्वादिष्ट भोजन बाद में आ रहा है आत्म नियंत्रण की ये परीक्षा मनुष्य में मानसिक विकास का आकलन करने के लिए उपयोग की जाती है।
  • कौओं का वैज्ञानिक नाम ‘corvus achyrhynchos’ है।
  • मेक्सिको का ‘Dwarf J’ इस दुनिया में पाए जाने वाले सबसे छोटी कौआ प्रजाति है। Dwarf J का वजन केवल 40 ग्राम होता है और इसकी लंबाई 21.5 सेंटीमीटर से ज्यादा नहीं होती है।
  • कौआ और उल्लू एक दूसरे से नफरत करते हैं और कहीं पर भी एक दूसरे को देखने पर सहज रूप से हमला करते हैं।
  • कौआ बहुत पुराने है वे ओसीना और ऑस्ट्रेलिया में लगभग 17 मिलियन वर्ष पहले मियोसीन अवधि (miocene period)के दौरान दिखाई देते थे।
  • कौआ मानव चेहरे को पहचानते हैं और बहुत बुद्धिमान होते है।
  • कौआ सर्वहारी होते हैं। वे कुछ भी खाते है जो उन्हें लगता है कि खाने योग्य है।

निष्कर्ष (Conclusion)

आशा करते हैं दोस्तों यह आर्टिकल ‘About Crow in hindi‘ आपको पसंद आया होगा इसी तरह से अच्छे आर्टिकल पढ़ने के लिए हमारे ब्लॉग desifunnel.com को जरूर सब्सक्राइब करें। इसी के साथ आप हमारे फेसबुक पेज को भी फॉलो कर सकते हैं ताकि आपको हमारे हर एक नए पोस्ट की जानकारी तुरंत मिलती रहे।

आज हमने बताया about crow in hindi, information about crow in hindi, essay on crow in hindi, 10 lines on crow, कौआ के बारे में जानकारी इत्यादि।

About Crow in Hindi | Essay on crow in Hindi | कौआ के बारे में जानकारी

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