दोस्तों आप सभी ने काला धन या ब्लैक मनी यह शब्द कभी न कभी जरूर सुना होगा । कुछ लोगों को इसकी पूरी जानकारी है और कुछ लोग इस जानकारी से वंचित है कि आखिर काला धन क्या है? या काला धन किसे कहते हैं?, काला धन की परिभाषा क्या है?
इसके अलावा आप इस लेख में यह भी जानेंगे कि काला धन की उत्पत्ति कैसे होती है?, काला धन उत्पत्ति के कारण क्या है? और इससे जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी क्या – क्या है?

काला धन (Black Money) किसे कहते हैं? काला धन से आप क्या समझते हैं?
काला धन (Black Money) किसे कहते हैं? : सरल शब्दों में काला धन या ब्लैक मनी मतलब ऐसा पैसा जिस पर सरकार को टैक्स न दिया गया हो।
ऐसा हरगिज जरूरी नहीं है कि सिर्फ टैक्स चुराने के लिए ऐसा काला धन रखा गया हो। यह किसी गैर कानूनी तरीके से मिला हुआ पैसा भी हो सकता है जिसको घोषित करना जरूरी न समझा गया हो।
ऐसा भी जरूरी नहीं है कि सिर्फ कैश ही काला धन हो सकता है। बैंक में जमा कराया हुआ बेहिसाबी धन जो सरकार से छुपाया गया है वह भी काला धन ही है।
सरल उदाहरण कला धन का
किसी व्यक्ति को अपने व्यवसाय में 10 लाख रुपये का कमीशन मिला है और वह व्यक्ति उस कमीशन को सरकार के पास घोषित न करके उस रकम को गुप्त रखता है तो वह काला धन है।
काला धन की परिभाषा
“वह धन जिसका आयकर भुगतान नहीं किया जाता हो या कर अधिकारियों से छुपा कर रखा जाता है, उसे काला धन नाम दिया जाता है।”
काला धन की उत्पत्ति
काला धन की उत्पत्ति दो तरह से होती है :
1) अवैध कार्य/ गतिविधि से
2) वैध कार्य/ गतिविधि से, लेकिन इसकी सूचना सरकार को नहीं दी गई हो।
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काला धन के उत्तरदायी कारण कौन से है?
निम्न लिखित उत्तरदायी कारण है काला धन का :
- टैक्स के बहुत ज्यादा ऊंचे दर।
- रिश्वत जैसे भ्रष्टाचार की वजह से।
- इलेक्शन के लिए मांगा जाने वाला फंडिंग।
- लगातार बढ़ती हुई महंगाई की दर के साथ बढ़ने वाले टैक्स की असर से।
- रियल एस्टेट के ट्रांजैक्शन में स्टैम्प ड्यूटी बचाने के लिए किए जाने वाला उपयोग।
- गैरकानूनी कामों से जमा होने वाली रकम।
- खेती पर होने वाली आमदनी टैक्स फ्री होने से अन्य आमदनी को खेती से हुई आमदनी बचाने की वजह से।
- कोई भी जरूरी चीज कम मात्रा में होने की वजह से उत्पन्न होने वाली काले बाजार की स्थिति में।
कई देश की बैंक ऐसी काला धन को अपने यहां खाते खोलकर जमा करवाने देती है और हवाला जैसे जरिए से काला धन उन देशों में पहुंचा दी जाती है लेकिन सभी देश ने अब आपस में एग्रीमेंट [ Tax information exchange agreements (TIEA)] कर लिया हैं जिससे कि उनके नागरिकों के बाहर के देशों की बैंक में रखे पैसे की जानकारी उनके साथ शेयर की जाने लगी है।
काला धन रोकने के उपाय क्या है?
काला धन रोकने के निम्न लिखित उपाय है :
- टैक्स के नियमों में उचित सुधार जिससे किसी एक वर्ग पर टेक्स का बोझ न बढ़े और सभी वर्ग अपनी अपनी क्षमता के अनुसार का टेक्स दे सके।
- भ्रष्टाचार के लिए सख्त कानून और ऐसे लोगों को पकड़ने के लिए एक बहुत ही सटीक व्यवस्था का निर्माण।
- स्टैम्प ड्यूटी के दरों में बदलाव।
- गैरकानूनी कामों पर लगाम लगाना।
- खेती से दो लाख रुपये से अधिक सालाना होने वाली आमदनी की रिपोर्टिंग अनिवार्य बनाकर देना और उसकी क्रॉस लिंकिंग खेती या जमीन के साथ जुड़े हुए दूसरे विभागों से कर देना इत्यादि।
काला धन से सम्बंधित प्रश्न उत्तर (FAQs)
इंडिया में काला धन कितना है यहां प्रश्न अधिकतर गूगल में सर्च किया जाता है।
तो इसका उत्तर एकदम निश्चित नहीं है लेकिन अनुमान लगाया गया है कि भारत का लगभग 3.5 मिलियन डॉलर काला धन बाहर देश की बैंकों में जमा है।
यह तो वह अमाउंट है जिनकी जानकारी 5 से 6 साल पुरानी है। वर्तमान की स्थिति में काला धन का अमाउंट और बढ़ गया होगा।
किसी भी देश की अर्थव्यवस्था के लिए काला धन बहुत ही घातक है। इसलिए सरकार की प्राथमिकता होनी यह चाहिए कि किस तरीके से कालाधन के उत्पादन को रोका जाए।
देश की अर्थव्यवस्था में जैसे-जैसे काले धन में वृद्धि होती जाती है। वैसे-वैसे देश की अर्थव्यवस्था समांतर होती जाती है। और समांतर अर्थव्यवस्था देश के विकास में बाधा उत्पन्न करती है।
काले धन का उपयोग विभिन्न तरह के गलत काम जैसे भ्रष्टाचार, तस्करी , सट्टेबाजी और इसके अलावा बहुत से गलत कामों में किया जाता है। जो देश के संतुलन को बिगाड़ता है और देश की अर्थव्यवस्था को कमजोर बनाता है।
अंतिम शब्द
आशा करते हैं आप सभी को यह लेख काला धन किसे कहते हैं? – Kala dhan kise kahate hain पसंद आया होगा इसी तरह के जानकारी पाने के लिए हमारे ब्लॉग को जरूर सब्सक्राइब करें और ज्यादा से ज्यादा शेयर करें धन्यवाद।
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