NEET Kya Hai : जो विद्यार्थी डॉक्टर बनने का सपना पाल कर बैठे हैं वह अभी से NEET एग्जाम की तैयारी पूरी मेहनत के साथ कर रहे होंगे क्योंकि मेडिकल के कोर्स में एडमिशन पाने के लिए इंडिया के अधिकतर विद्यार्थियों को NEET एंट्रेंस एग्जाम में शामिल होना पड़ता है और NEET एंट्रेंस एग्जाम को पास करना पड़ता है। इसके पश्चात ही उन्हें टॉप गवर्नमेंट या फिर प्राइवेट मेडिकल कॉलेज में एडमिशन की प्राप्ति होती है।

देश में साल भर में सिर्फ एक ही बार NEET का आयोजन किया जाता है। NEET एंट्रेंस एग्जाम का आयोजन करने की जिम्मेदारी राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी(NTA) के पास है। इस आर्टिकल में हम जानेंगे कि “NEET क्या है” और “NEET की तैयारी कैसे करें” तथा “NEET का फुल फॉर्म क्या है?”
NEET क्या है? (NEET Kya Hai)
NEET राष्ट्रीय स्तर पर करवाई जाने वाली एक सामान्य एग्जाम है। इसे सामान्यतः एंट्रेंस एग्जाम के तौर पर जानते हैं। जिन विद्यार्थियों की इच्छा मेडिकल की फील्ड में जाने की होती है उन विद्यार्थियों को एडमिशन देने के लिए राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (NTA) के द्वारा NEET की एग्जाम का आयोजन करवाया जाता है।
अगर कोई विद्यार्थी एमबीबीएस, बीडीएस, बीएएमएस, बीएचएमएस जैसे ग्रैजुएट लेवल के मेडिकल कोर्स को करने की इच्छा रखता है तो उन्हें इन कोर्स में एडमिशन लेने से पहले NEET एग्जाम को पास करना अनिवार्य होता है। एग्जाम को पास करने के बाद ही विद्यार्थियों को मेडिकल की स्टडी के लिए किसी भी कॉलेज में एडमिशन प्राप्त होता है।
NEET एंट्रेंस एग्जाम के दो प्रकार होते हैं। पहला है NEET UG और दूसरा है NEET PG, NEET UG का पूरा मतलब NEET अंडर ग्रेजुएट होता है। NEET अंडर ग्रैजुएट एंट्रेंस एग्जाम को ऐसे विद्यार्थियों को देना होता है जो एमबीबीएस, बीडीएस अथवा NEET पीजी जैसे ग्रेजुएट मेडिकल सिलेबस की स्टडी करना चाहते हैं।
वही NEET PG का पूरा मतलब NEET पोस्ट ग्रेजुएट होता है जिसे कॉमन एंट्रेंस टेस्ट भी कहा जाता है। इस परीक्षा का आयोजन कंप्यूटर के द्वारा करवाया जाता है। परीक्षा में आए हुए प्रश्नों को सॉल्व करने के लिए विद्यार्थियों को परीक्षा कमेटी के द्वारा 3 घंटे 30 मिनट का समय दिया जाता है।
NEET का फुल फॉर्म
NEET का पूरा नाम National Eligibility Entrance Test होता है जबकि हिंदी भाषा में इसे राष्ट्रीय पात्रता और प्रवेश परीक्षा कहा जाता है।
हर साल एक बार नेशनल एलिजिबिलिटी एंट्रेंस टेस्ट का आयोजन करवाया जाता है, जिसमें शामिल होने वाले विद्यार्थियों को पहले से ही एंट्रेंस एग्जाम को पास करने की तैयारी करनी होती है।
क्योंकि एंट्रेंस एग्जाम को पास करने के बाद ही उन्हें अच्छे मेडिकल कॉलेज में संबंधित कोर्स में एडमिशन मिलता है। ऐसे विद्यार्थी जो गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज में एडमिशन पाना चाहते हैं उन्हें NEET एंट्रेंस एग्जाम में अच्छे से अच्छे अंक लाने की आवश्यकता होती है।
NEET का पेपर कौन दे सकता है?
ऐसे विद्यार्थी जिन्होंने 12वीं क्लास की एग्जाम को केमिस्ट्री, बायोलॉजी और फिजिक्स के सब्जेक्ट के साथ कम से कम 50% अंकों के साथ पास किया है वह NEET की एग्जाम में शामिल हो सकते हैं।
साथ ही जिन विद्यार्थियों की उम्र 17 साल है या उससे ऊपर है वे सभी NEET एंट्रेंस एग्जाम में शामिल हो सकते हैं। और अपने प्रतिभा और कठोर परिश्रम के दम पर नीट का एग्जाम क्लियर कर सकते है।
NEET की तैयारी कैसे करें?
NEET एंट्रेंस एग्जाम को पास करने के बाद ही आपको मेडिकल के कोर्स में एडमिशन मिलता है। जिन विद्यार्थियों के NEET एंट्रेंस एग्जाम में अच्छे अंक आते हैं उन्हें गवर्नमेंट कॉलेज मिलता है।
जिससे विद्यार्थियों को कोर्स करने के लिए कम फीस भरनी पड़ती है। इसलिए आपको भी NEET एंट्रेंस एग्जाम की अच्छी तैयारी करनी चाहिए। नीचे एग्जाम से संबंधित तैयारी करने के महत्वपूर्ण टिप्स शेयर किए गए हैं।
अध्ययन सामाग्री
राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी(NTA) के द्वारा संचालित किए जाने की वजह से NEET एंट्रेंस एग्जाम को पास करने के लिए आपको एनसीईआरटी की किताबों का गहराई से अध्ययन करना होता है और मुख्य तौर पर आपको केमिस्ट्री, फिजिक्स और बायोलॉजी जैसे सब्जेक्ट पर फोकस करना होता है।
टाइम टेबल
हर विद्यार्थी का स्टडी करने का अपना तरीका होता है परंतु अगर स्टडी करने के लिए टाइम टेबल बना लिया जाए तो NEET एंट्रेंस एग्जाम की अच्छी तैयारी हो सकती है।
क्योंकि टाइम टेबल बनाने से हमें सभी सब्जेक्ट पर फोकस करना है, इस बात की जानकारी होती है। रोजाना हमें कम से कम 4 घंटे सेल्फ स्टडी करनी चाहिए और हमें एक ही विषय पर 2 घंटे से अधिक का समय नहीं देना चाहिए और हर विषय पर लगातार नजर रखनी चाहिए।
सिलेबस के अनुसार तैयारी करें
NEET एंट्रेंस एग्जाम को पास करने के लिए सिलेबस के अनुसार ही तैयारी करनी चाहिए ताकि सभी टॉपिक कवर किए जा सके।
अच्छी तैयारी करने के लिए सिलेबस के सभी टॉपिक को सही प्रकार से पढ़ना अनिवार्य है। अगर किसी टॉपिक को छोड़ा जाता है तो परीक्षा में कम अंक आ सकते हैं जिसका खामियाजा आपको काउंसलिंग के दरमियान भुगतना पड़ सकता है।
पुराने क्वेश्चन पेपर सॉल्व करें
प्रयास करें कि आपको NEET एंट्रेंस एग्जाम के पिछले साल का पेपर मिल जाए। अगर मिल जाता है तो उन्हें ध्यान से देखें और किस प्रकार के सवाल पूछे गए हैं तथा पेपर देने के लिए कितने घंटे दिए गए हैं इसके बारे में ध्यान दें और पुराने क्वेश्चन पेपर को सॉल्व करने का प्रयास करें ताकि आपको यह पता चले कि आप की तैयारी कितनी अच्छी हुई है साथ ही इस बात की भी जानकारी हो कि आखिर NEET एंट्रेंस एग्जाम में किस प्रकार के क्वेश्चन आते हैं और कौन से क्वेश्चन कितने अंक के होते हैं।
कोचिंग इंस्टीट्यूट
NEET एंट्रेंस एग्जाम की बेहतरीन तैयारी के लिए घर के पास मौजूद किसी अच्छे कोचिंग इंस्टीट्यूट को भी ज्वाइन किया जा सकता है ताकि आप की तैयारी और भी अच्छी हो और आपकी जो गलतियां हैं उसके बारे में टीचर आपको बताएं और आप अपनी गलती को सुधार करके सही दिशा में अपना कदम आगे बढ़ाएं।
घर पर NEET की तैयारी कैसे करें?
घर पर NEET की तैयारी करने के लिए निम्न बातों पर ध्यान दें।
- यूट्यूब पर आने वाले एजुकेशन वीडियो देखें और वीडियो के द्वारा घर पर NEET एंट्रेंस एग्जाम की तैयारी करें।
- अगर आपके बड़े भाई, बहन या फिर सगे संबंधी अच्छे खासे पढ़े-लिखे हैं तो उनसे भी NEET एंट्रेंस एग्जाम को क्लियर करने के बारे में चर्चा करें।
- NEET एंट्रेंस एग्जाम के सिलेबस से संबंधित किताबों की स्टडी सही प्रकार से करें।
- घर पर टाइम टेबल बनाएं और उसके अनुसार ही रोजाना पढ़ाई करें।
- घर पर पढ़ाई करने के लिए सुबह 4:00 बजे से लेकर के 6:00 बजे का समय अच्छा रहता है क्योंकि इस दरमियान आप जो पढ़ते हैं वह आपको लंबे समय तक याद रहता है।
NEET में कितने सब्जेक्ट होते हैं?
NEET में टोटल मुख्य तौर पर 4 सब्जेक्ट होते हैं। जैसे कि फिजिक्स, केमिस्ट्री, बायोलॉजी और बॉटनी जूलॉजी। इस एग्जाम में 12वीं क्लास पास करने के पश्चात बैठ सकते हैं,क्योंकि एग्जाम में जो सवाल आते हैं वह 12वीं क्लास में पढ़ाया जाने वाले सवाल की तरह ही होते हैं।
NEET Exam का फीस कितना होता है?
NEET Exam के एप्लीकेशन फॉर्म की फीस समान छात्रों के लिए 1500 रूपये, OBC के लिए 1400 रूपये, ST -SC वा PWD कैटेगरी के लिए 800 रूपये होती है। इस फॉर्म को सही से भरे अन्यथा Qualify करने के बाद आपको डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन में परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
NEET एग्जाम का पैटर्न
नेशनल एलिजिबिलिटी एंट्रेंस टेस्ट एग्जाम का पैटर्न निम्न अनुसार होता है।
विषय | प्रश्नों की संख्या | अंक |
---|---|---|
वनस्पति विज्ञान (Botany) | 45 | 180 |
प्राणी विज्ञान (Zoology) | 45 | 180 |
भौतिकी विज्ञान (Physics) | 45 | 180 |
रसायन विज्ञान (Chemistry) | 45 | 180 |
कुल | 180 | 720 |
- नेशनल एलिजिबिलिटी एंट्रेंस टेस्ट का क्वेश्चन पेपर टोटल 3 खंड में होता है।
- खंड A- फिजिक्स, खंड B -केमिस्ट्री, खंड C- बायोलॉजी (बॉटनी, जूलॉजी)
- NEET एंट्रेंस एग्जाम टोटल 720 अंकों की होती है और एग्जाम में टोटल 180 क्वेश्चन का जवाब विद्यार्थियों को देना होता है।
- एग्जाम में फिजिक्स पेपर में 45 क्वेश्चन होते हैं। केमिस्ट्री के पेपर में 50 क्वेश्चन, बायोलॉजी में 90 क्वेश्चन, बॉटनी में 45 क्वेश्चन और जूलॉजी में 45 क्वेश्चन होते हैं।
- सही जवाब देने के लिए 4 अंक तय किया गया होता है।
- एंट्रेंस एग्जाम में नेगेटिव मार्किंग होती है।
- अगर आप एक गलत जवाब देते हैं तो 1 अंक काट लिए जाएंगे।
- एग्जाम में सभी क्वेश्चन के जवाब एमसीक्यू टाइप में देने होते हैं।
- एग्जाम को देने के लिए 3 घंटा 30 मिनट का समय दिया जाता है। कुछ राज्यों में यह समय 3 घंटा ही होता है।
- एग्जाम क्वेश्चन पेपर हिंदी और अंग्रेजी दोनों ही भाषा में होता है।
NEET के फायदे
NEET करने के फायदे निम्नानुसार हैं।
- मेडिकल कॉलेज में विद्यार्थियों को एडमिशन पाने के लिए NEET एंट्रेंस एग्जाम को पास करना होता है।
- NEET एंट्रेंस एग्जाम को पास करने वाले विद्यार्थियों को बेहतरीन मेडिकल कॉलेज में सरलता से एडमिशन प्राप्त हो जाता है।
- NEET पास करने की वजह से विद्यार्थियों को अपना कैरियर स्थापित करने में सहायता मिलती है।
- NEET एंट्रेंस एग्जाम पास करने के बाद विद्यार्थी मेडिकल का कोर्स करके डॉक्टर बन सकते हैं।
- NEET एंट्रेंस एग्जाम सभी विद्यार्थियों के लिए एक समान अवसर देती है।
NEET का सिलेबस
NEET एंट्रेंस एग्जाम का सिलेबस अर्थात पाठ्यक्रम नीचे बताए अनुसार है।
फिजिक्स
कण-कण और कठोर शरीर की गति, उत्तम पदार्थ के गुण, भौतिक संसार और माप, विधि-विधान,परफेक्ट गैस और काइनेटिक सिद्धांत का व्यवहार, इलेक्ट्रोस्टैटिक्स, वर्तमान और चुंबकत्व के चुंबकीय प्रभाव, विद्युत चुम्बकीय तरंगें और विकिरण, पदार्थ की दोहरी प्रकृति इलेक्ट्रॉनिक उपकरण
रसायन विज्ञान
पी-ब्लॉक तत्व, हाइड्रोकार्बन, गैसों और तरल पदार्थ, संतुलन, हाइड्रोजन,ठोस राज्य, इलेक्ट्रोकेमिस्ट्री, भूतल रसायन, पी- ब्लॉक तत्व, समन्वय यौगिक , अल्कोहल, फेनोल्स और इथर, कार्बनिक यौगिक युक्त नाइट्रोजन |
जीव विज्ञान (बॉटनी + जूलॉजी)
स्ट्रक्चरल ऑर्गेनाइजेशन इन एनिमल्स एंड प्लांट्स, प्लांट फिजियोलॉजी, लिविंग वर्ल्ड, सेल स्ट्रक्चर एंड फंक्शन, ह्यूमन फिजियोलॉजी,
रिप्रोडक्शन, बायोलॉजी एंड ह्यूमन वेलफेयर, जेनेटिक्स एंड इवोल्यूशन, इकोलॉजी एंड एनवायरनमेंट, बायोटेक्नोलॉजी और इसके अनुप्रयोगों में विविधता
NEET क्वालीफाई कैसे करें?
NEET क्वालीफाई करने के लिए निम्न बिंदुओं पर ध्यान दें।
- टाइम टेबल बनाएं और टाइम टेबल के अनुसार पढ़ाई करें।
- पढ़ाई के दरमियान एकांत वातावरण का चयन करें।
- स्टडी करने के दरमियान ध्यान भटकाने वाली चीजों को अपने से दूर रख दी
- सुबह 4:00 से 7:00 के बीच पढ़ाई करना अच्छा माना जाता है।
- इस दिन पढ़ी गई चीजें लंबे समय तक याद रहती है
- ऑफलाइन स्टडी के लिए कोचिंग इंस्टिट्यूट ज्वाइन किया जा सकता है।
- ऑनलाइन NEET एंट्रेंस एग्जाम के वीडियो देखे जा सकते हैं।
- NEET एंट्रेंस एग्जाम के पिछले सालों के क्वेश्चन पेपर को लाकर सॉल्व करने का भी प्रयास करें।
- रोजाना लिखने का प्रयास करें।
- एग्जाम के सिलेबस को सही प्रकार से समझे साथ ही एग्जाम के पैटर्न के बारे में जानकारी प्राप्त करें।
जिन विद्यार्थियों ने NEET एंट्रेंस एग्जाम को पहले दे चुके हैं उनसे संपर्क स्थापित करें और एग्जाम के बारे में महत्वपूर्ण टिप्स हासिल करें।
NEET क्वालीफाई करने के बाद क्या करें?
NEET की एग्जाम को क्वालीफाई करने के पश्चात विद्यार्थियों को एडमिशन प्रक्रिया से गुजरना होता है जिसके तहत विद्यार्थियों को कॉलेज में काउंसलिंग के लिए बुलावा जाता है।
जब विद्यार्थी काउंसलिंग में शामिल होते हैं और काउंसलिंग में पास होते हैं तो विद्यार्थियों को भारत के गवर्नमेंट कॉलेज में एडमिशन 15% ऑल इंडिया कोटा और 85% स्टेट कोटे की सीटों के आधार पर हासिल होता है।
NEET Kya Hai [Video]
NEET Kya Hai से सम्बंधित प्रश्न उत्तर {FAQs}
जी नहीं आप कक्षा 11वीं में NEET का पेपर नहीं दे सकते है।
NEET के लिए NCRT की किताबें और 10 वीं, 11 वीं की किताब पढ़े।
जी हाँ NEET का पेपर हिंदी और इंग्लिश दोनों भाषा में होता है।
जी हां NEET की तैयारी के लिए क्या 1 साल काफी है।
हर साल 60% छात्र NEET की परीक्षा पास करते हैं।
NEET में टोटल 41,388 गवर्नमेंट सीट है।
जी हां, बीएससी नर्सिंग के लिए NEET जरूरी है।
NEET कोई कोर्स नहीं है अपितु यह एक एंट्रेंस Exam है।
NEET का Exam साल भर में एक बार होती है।
अंतिम शब्द
उम्मीद करते हैं दोस्तों आप सभी आज का यह लेख पसंद आया होगा। आज हमने NEET Kya Hai के बारे में पूरी जानकारी देने की कोशिश की है।
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