TPIN Kya Hota Hai: आजकल अधिकतर काम घर बैठे लोगों के द्वारा इंटरनेट से किया जाना शुरू कर दिया गया है। हालांकि ऑनलाइन काम करने के दरमियान कई बार धोखाधड़ी होने की संभावना भी काफी ज्यादा होती है, क्योंकि साइबर क्रिमिनल भी ऑनलाइन लोगों के साथ धोखाधड़ी करने के लिए हमेशा किसी न किसी तरीके पर अमल करते रहते हैं।

ऑनलाइन कामों में होने वाले धोखाधड़ी से बचने के लिए अलग-अलग पिन हमें प्रदान किए जाते हैं। जैसे कि एटीएम से पैसे निकालने के लिए एटीएम का पिन अथवा ऑनलाइन पैसा भेजने के लिए एमपिन। इसी प्रकार से ऑनलाइन ट्रांजैक्शन के लिए TPIN की भी आवश्यकता होती है। इसकी आवश्यकता अधिकतर ट्रेडिंग करने के लिए होती है। इस पेज पर हम जानेंगे कि “TPIN क्या होता है?” और “टी पिन कैसे बनाएं?”
टी पिन क्या होता है? (TPIN Kya Hota Hai)
यह 6 अंकों का एक बहुत ही गुप्त पिन होता है जिसे जारी करने का काम सीडीएसएल अर्थात सेंट्रल डिपॉजिटरी सर्विस लिमिटेड के द्वारा किया जाता है। जो लोग शेयर मार्केट में ऑनलाइन ट्रेडिंग करते हैं, उन्हें यह पिन प्राप्त होता है। टी पिन के द्वारा व्यक्ति के शेयर और उसके डाटा को सिक्योरिटी प्राप्त होती है।
अगर आपके पास TPIN मौजूद है तो आप शेयर की बिक्री कर सकेंगे परंतु अगर यह उपलब्ध नहीं है तो आप ऑनलाइन शेयर की बिक्री नहीं कर सकेंगे। जब किसी कस्टमर के द्वारा शेयर का ऑर्डर दिया जाता है तो स्टॉक ब्रोकर के द्वारा उस कस्टमर के डिमैट अकाउंट से शेयर निकालने के लिए TPIN का ही इस्तेमाल किया जाता है।
बिना इसके आप शेयर की बिक्री नहीं कर सकेंगे। इसे जारी करने का अधिकार सिर्फ सीडीएसएल डिपॉजिटरी के पास ही है। इसलिए इसे CDSL TPIN भी कहते हैं। TPIN को साल 2020 में 1 जून के दिन सेबी (Securities and Exchange Board of India) के द्वारा लागू कर दिया गया था। CDSL TPIN के द्वारा आप हर ट्रेडिंग दिन की शुरुआत में अपने स्टाक की बिक्री को पहले से ही अधिकृत कर सकते हैं।
टी पिन का फुल फॉर्म (TPIN Full Form in Hindi)
TPIN: Transaction Personal Identification Number
टी पिन का फुल फॉर्म अंग्रेजी भाषा में Transaction Personal Identification Number होता है और हिंदी भाषा में इसे ट्रांजैक्शन पर्सनल आईडेंटिफिकेशन नंबर के तहत उच्चरित किया जाता है। शुद्ध हिंदी भाषा में Transaction Personal Identification Number का मतलब लेनदेन व्यक्तिगत पहचान संख्या होता है।
टी पिन कैसे बनाये? (How To Make TPIN in Hindi)
Securities and Exchange Board of India के द्वारा साल 2020 में 1 जून के दिन से शेयर मार्केट में ट्रेडिंग करने के लिए टीपिन को जरूरी बना दिया गया है और इस प्रकार से जिन लोगों के पास डिमैट अकाउंट अवेलेबल है उन्हें फोन नंबर या फिर ईमेल आईडी पर टीपिन भेज दिया गया है। अगर आपको अभी भी अपना टीपिन प्राप्त नहीं हुआ है तो आप नीचे दी गई प्रक्रिया को फॉलो करके टी पिन बना सकते हैं।
- सबसे पहले आपको नीचे दिए हुए लिंक पर क्लिक करना है। ऐसा करने से आप सीडीएसएल की आधिकारिक वेबसाइट पर चले जाते हैं।
विजिट वेबसाइट: Https://Edis.cdslindia.com/Home/Generatepin
- अब आपकी स्क्रीन पर आपको निश्चित जगह में 16 अंकों का डिमैट अकाउंट नंबर और पैन कार्ड नंबर को दर्ज करके नीचे दिखाई दे रही नेक्स्ट बटन पर क्लिक करना है।

- अब आपके रजिस्टर फोन नंबर पर सीडीएसएल के द्वारा एक वन टाइम पासवर्ड सेंड किया जाएगा, उसे आपको स्क्रीन पर दिखाई दे रहे खाली बॉक्स में डालना है और सबमिट बटन पर क्लिक कर देना है।
- इतनी प्रक्रिया का पालन करने के बाद आपके मोबाइल नंबर पर एसएमएस के द्वारा आप को 6 अंकों का टी पिन प्राप्त हो जाएगा। यह सीडीएसएल के द्वारा भेजा जाएगा।
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TPIN कैसे Change करे?
इसे चेंज करने के लिए नीचे दी गई प्रक्रिया का पालन करें।
- इसे चेंज करने के लिए आपको CDSL की आधिकारिक वेबसाइट को विजिट करना होगा। CDSL की आधिकारिक वेबसाइट के चेंज पिन पेज का लिंक नीचे प्रस्तुत किया गया है।
विजिट वेबसाइट: Https://Edis.cdslindia.com/Home/Changepin
- वेबसाइट के चेंज पिन पेज पर पहुंचने के पश्चात आपको निश्चित जगह में अपना डिमैट अकाउंट नंबर और उसके पश्चात निश्चित जगह में अपने पैन कार्ड के नंबर को दर्ज करना है और नीचे दिखाई दे रही नेक्स्ट बटन पर क्लिक कर देना है।
- अब सीडीएसएल के द्वारा आपके फोन नंबर पर एक वन टाइम पासवर्ड सेंड किया जाएगा, उसे स्क्रीन पर दिखाई दे रहे निश्चित बॉक्स में डालें और एंटर बटन पर क्लिक कर दें।
- अब आपको अपना एक नया TPIN जनरेट कर लेना है। आप अपनी मर्जी के अनुसार किसी भी TPIN को बना सकते हैं।
- एक बार जब आप टीपिन बना ले तो उसके पश्चात आपको उसकी पुष्टि करने के लिए दोबारा से टी पिन को इंटर करना है।
इतनी प्रक्रिया करने के पश्चात सफलतापूर्वक TPIN बना दिया जाता है।
TPIN का उपयोग कहां किया जाता है?
शेयर मार्केट में काम करने वाले लोगों के द्वारा इसका इस्तेमाल ट्रेडिंग में शेयर और प्रॉपर्टी को सिक्योरिटी प्रदान करने के लिए किया जाता है। कहने का मतलब है कि शेयर मार्केट में ऑनलाइन ट्रेडिंग और प्रॉपर्टी के लिए डिमैट अकाउंट में इसका इस्तेमाल होता है। इसे जारी करने का काम सीडीएसएल के द्वारा किया जाता है और इसे लागू करने का काम SEBI (Securities and Exchange Board of India) के द्वारा किया गया था।
TPIN के लाभ क्या है?
यही वह चीज है जिसके द्वारा आपके डाटा और आपके डिमैट अकाउंट को सिक्योरिटी प्रदान की जाती है। जो लोग शेयर मार्केट में शेयर की बिक्री और खरीदी करने का काम करते हैं उन्हें इसकी अत्याधिक आवश्यकता होती है क्योंकि इसी के द्वारा शेयर को बेचा जा सकता है।
टीपिन जारी करने का काम सीडीएसएल डिपॉजिटरी के द्वारा किया जाता है। इसलिए इसमें किसी भी ब्रोकर के द्वारा किसी भी कस्टमर के साथ कोई भी धोखाधड़ी नहीं की जा सकती है। आवश्यकता पड़ने पर जब चाहे तब आप अपना टीपिन चेंज भी कर सकते हैं। इसके लिए आपको सीडीएसएल की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होता है।
TPIN के हानि क्या है?
वैसे तो हमें इसके नुकसान के बारे में ज्यादा कुछ जानने को नहीं मिला परंतु जो लोग पहली बार इसे बनाने का प्रयास करते हैं उन्हें इसका निर्माण करने में थोड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
यह समस्या इसलिए होती है क्योंकि उन्हें इसके निर्माण की सही विधि पता नहीं होती है। इसके अलावा एक बार टी पिन बनाने के बाद अगर वह खो जाता है तो फिर से नए लोगों को इसे जनरेट करने में थोड़ी समस्या होती है।
TPIN कौन Generate करता है?
CDSL अर्थात सेंट्रल डिपॉजिटरी सर्विस लिमिटेड संस्था के द्वारा TPIN को जनरेट किया जाता है। सभी यूजर के लिए यह अलग-अलग TPIN को जनरेट करता है ताकि इसे गोपनीय रखा जा सके। TPIN का इस्तेमाल यूजर के द्वारा स्टॉक खरीदने तथा बेचने के लिए किया जाता है। अगर आप अपने TPIN को भूल जाते हैं तो CDSL वेबसाइट के द्वारा आसानी से इसे Regenerate किया जा सकता है।
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CDSL TPIN के कुछ तथ्य
CDSL TPIN के कुछ बेहतरीन तथ्य निम्नानुसार है।
- इसका निर्माण सीडीएसएल के द्वारा किया जाता है। इसलिए बीच में किसी भी प्रकार के ब्रोकर की कोई भी इंवॉल्वमेंट नहीं होती है।
- सीडीएसएल टीपिन 6 अंकों का होता है जिसे जब चाहे तब कस्टमर के द्वारा अपने फोन नंबर से ही रिसेट किया जा सकता है।
- सीडीएसएल टीपिन का ऑथराइजेशन होने में सिर्फ 1 दिन का समय ही लगता है।
- सीडीएसएल टीपिन को जो ऑथराइजेशन मिलता है, उसे कभी भी खत्म किया जा सकता है।
- आप जब चाहे तब ट्रेडिंग एप्लीकेशन में सीडीएसएल टीपिन का ऑथराइजेशन स्टेटस चेक कर सकते हैं।
- किसी भी व्यक्ति के द्वारा सीडीएसएल की आधिकारिक वेबसाइट से कुछ ही सेकंड में टीपिन बनाया जा सकता है।
TPIN से सम्बंधित पूछे जाने वाले प्रश्नो के उत्तर {FAQs}
टि पिन जारी करने का काम सीडीएसएल के द्वारा किया जाता है। इसलिए आप अपना टीपिन ऑनलाइन प्राप्त करना चाहते हैं तो आपको किसी भी ब्राउज़र में सीडीएसएल की आधिकारिक वेबसाइट को ओपन करना चाहिए और आर्टिकल में दिए प्रक्रिया का पालन करके आपको अपना टिपिन प्राप्त कर लेना चाहिए।
TPIN के अकाउंट निर्माण से लेकर के इसे फिर से बनाने की सारी प्रक्रिया सीडीएसएल की आधिकारिक वेबसाइट पर ही संपन्न की जा सकती है। इसीलिए अगर आप अपना टिपिन खोजना चाहते हैं तो आपको कंप्यूटर में या फिर मोबाइल में टिपिन खोजने के लिए सीडीएसएल की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा।
अंग्रेजी भाषा में टिपिन का पूरा नाम Transaction Personal Identification Number होता है और टिपिन को हिंदी भाषा में लेनदेन व्यक्तिगत पहचान संख्या कहा जाता है।
TPIN के खोजकर्ता सीडीएसएल है। सीडीएसएल के द्वारा डायरेक्ट तौर पर कस्टमर को TPIN जारी करने का काम किया जाता है। इसके अलावा सीडीएसएल के द्वारा ही कस्टमर को जब चाहे तब ऑनलाइन इसे फोन नंबर पर ओटीपी वेरीफिकेशन के द्वारा रिसेट करने की सुविधा भी दी जाती है।
अंतिम शब्द (TPIN क्या होता है?)
आशा करते हैं दोस्तों आप सभी को आज का यह लेख पसंद आया होगा आज इस लेख में हमने TPIN क्या होता है? टी पिन कैसे बनाये? के बारे में संपूर्ण जानकारी दी है अगर आपको इससे संबंधित कोई प्रश्न हो तो कमेंट बॉक्स पर पूछ सकते हैं हम जल्द ही आपके प्रश्नों का उत्तर देने का कोशिश करेंगे।
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